देश के कही हिस्से मे शनिवार कि शाम करीब ८ बजे आसमान में चमकती रहस्यमय रोशनी की एक कतार ने लोगों को अचरज में डाल दिया. शाम ८ बजे से कुछ देर पहले यह रोशनी आसमान में दिखाई दी.कुछ वक्त बाद ऊस चमकते रोशनी का खुलासा हुवा,महाराष्ट्र के चंद्रपूर जिल्हे के सिंदेवाही तालुकाकें लाडबोरी गाव मे चमचमती रोशनी के साथ नीचे आने वाले अवशेष मिले.
जो कि स्पेसक्राफ्ट के अवशेष होणे कि आशंका जताई जा रही है. आसमान से आग के गोल के साथ एक ८ से १० फिट कि रिंग जमीन पर गिरी और उसका स्फोट हो कर बूज गई.इसे देखणे के लिये ग्रामीण बडी संख्या मे जूट गये थे, तो दुसरी सुबह सिंदेवाही से नजदिक पवनपार गाव के जंगल मे महुआ (मोहफूल) (देशी शराब बनाने में इस्तेमाल होने वाले महुआ) जूटाने गये लोगो को "स्पेसबॉल" मिला.
जो कि रॉकेट मे इंधन संग्रहण के लिये काम मे लाया जाता है. और ईसका दुसरा उपयोग ब्लो-डाउन या दबाव विनियमित मोड में संचालन के लिए अंतरिक्ष योग्य हाइड्राज़िन प्रणोदक टैंकों का उपयोग किया जाता है. 58 लीटर से लेकर 177 लीटर क्षमता तक के टाइटेनियम हाइड्राज़िन टैंकों को स्पेसक्राफ्ट मे लागाया जा सकता है.
इन दोनोमेसे यह स्पेसबॉल किस काम के लिये उपयोग मे लाया जाता है इसका अंदाज लगाना फिलहाल मुश्किल है.अभ्यासको के परीक्षण के बाद हि इसका पत्ता लग शकता है. लोगोने इस टॅंक को हात मे पकड कर फोटो भी खिचे.रात मे इस स्पेसक्राफ्ट के अवशेष जमीन पर गिरे थे इसके बाद वह जिल्हे के अलग अलग जगह पे देखणे मिले. इस अंदाज से जिल्हे के और इलाको मे यह अवशेष बिखरे पडे होणे कि आशंका जाताई जा रही है.