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शुक्रवार, ऑगस्ट २६, २०२२

शहरात मारबत, पोळा उत्सवाच्या स्मृती कायम | “Metro

       *महा मेट्रोने या उत्सव-परंपरांना पिलरवर रेखाटले*

·         *चितार ओळी चौकात पारंपरिक आणि पिलर वरील मारबत एकत्र दिसणार*



नागपुर: नागपूर शिवाय संपूर्ण देशात कुठेही साजरा न होणारा उत्सव म्हणजे मारबत. १८८५ मध्ये सुरु झालेली मारबत मिरवणुकीची हि अनोखी परंपरा आजही कायम आहे. १३८ वर्ष जुनी हि परंपरा महामेट्रो ने पिलर वर स्थायी चित्रांच्या माध्यमाने साकारत पुढील १०० वर्षांकरिता जीवंतता प्रदान केली आहे. शहरातील इतवारीगांधीबागमहालबडकस चौक सारख्या प्रमुख व्यावसायिक भागाला जोडणाऱ्या चितार ओळी चौकातील मेट्रो पिलर वर मारबत उत्सव साकारला आहे. शहरात मेट्रो रेल प्रकल्प राबवताना महा मेट्रो कला आणि संस्कृति जोपासण्याचे महत्वाचे कार्य देखील करीत आहे.


 

 

·         *मारबत विदर्भाची शान:*
पोळा सणाच्या दुसऱ्या दिवशी निघणारी मारबत मिरवणूक विदर्भाची शान आहे. या अनोख्या उत्सवाला मेट्रो पिलरवर साकारण्याचा हा प्रयोग अतिशय अनोखा आहे. चितार ओळी आणि कॉटन मार्केट चौकातून जाणाऱ्या नागरिकांच्या मारबत आणि पोळा संबंधीच्या आठवणी हे आकर्षक देखावे बघून ताज्या होतात. प्राचीन संस्कृति जपण्याकरता महामेट्रो द्वारा केलेल्या कार्याची प्रशंसा जागनाथ बुधवारी निवासी वयोवृद्ध देवीदास गभने यांनी केली आहे. गेल्या अनेक वर्षांपासून ते मारबत उत्सव अनुभवीत आहेत.

 

·         *महामेट्रो चे कार्य प्रेरणास्पद: गौरकर*
पिवळी मारबत उत्सवाचे अध्यक्ष श्री प्रकाश गौरकर यांनी कॉटन मार्केट आणि चितार ओळी चौकात पोळा आणि मारबत उत्सवाचे देखावे साकार केल्याबद्दल कौतुक केले आहे. श्री. गौरकर यांनी म्हटले की मेट्रो ने प्रकल्प राबवताना संस्कृति जोपासण्याकरता केलेले काम अव्दितीय आहे. नागपुर मेट्रोने केलेलं कार्य देशाच्या अन्य शहरात बघायला मिळत नाही. प्रवाश्यांना विश्वस्तरीय आधुनिक परिवहन सेवा उपलब्ध करून देताना शहराच्या परंपरांची माहिती नवीन पिढीला करून देण्याची महत्वाची भूमिका मेट्रो निभावते आहे. इंग्रजांच्या अन्यायाच्या विरोधात एकजुट होत आंदोलन करण्या करता १८८५ मध्ये शहराच्या जागनाथ बुधवारी येथून मारबत उत्सवाची सुरुवात झाल्याचे देखील ते म्हणाले. 

 

 

·         *चितार ओळी येथे होणार भेंट:*

जागनाथ बुधवारी येथे पूजा अर्चना झाल्या नंतर मारबत मिरवणूक चितार ओळी चौकातील मेट्रो पिलर जवळ येतील. कमेटी अध्यक्ष श्री. गौरकर यांच्या मते परंपरागत मारबत आणि मेट्रो पिलर वर साकारलेल्या मारबत प्रतिमेची येथे भेट होईल. या चौकात कमेटी तर्फे पूजा अर्चना होणार आहे. या यानंतर मारबत मिरवणूक पुढे रवाना होईल.

 

·          *नागपूरकर सौभाग्यशाली*

मारबत उत्सवाशी संबंधित असलेल्या शेंडे परिवारातील तिसऱ्या पिढीचे सदस्य श्री गजाननराव यांच्या अनुसार पोळा आणि मारबत संबंधी दृश्ये साकार केल्याने आता या दोन उत्सवाच्या आठवणी चिरंतन झाल्या आहेत. येणाऱ्या पिढीला या निमित्ताने या दोन उत्सवासंबंधी माहिती मिळेल.

 

·         *कॉटन मार्केट चौकातील बैलजोड़ी आणि शेतकरी दृश्य*
शहरात पोळा उत्सव मोठ्या प्रमाणात साजरा करण्याची परंपरा आहे. कॉटन मार्केट परिसर मोठे व्यावसायिक केन्द्र आहे. कॉटन मार्केट चौक येथे महामेट्रो तर्फे पिलर वर चित्रांच्या माध्यमाने पोळा उत्सव साकारला आहे. बैलजोड़ी सोबत शेतकऱ्याचे चित्र या सोहळ्याचे जणू वर्णन करते. कॉटन मार्केट परिसरात क्षेत्र शेतकरी बैलगाड़ी च्या माध्यमाने येथे शेतमाल विकण्याकरता आणत असे. 

 

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*महाराष्ट्र मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड*

(नागपूर मेट्रो रेल परियोजना)



· *पोला , मारबत की जीवंतता वर्षों तक रहेगी बरकरार*

· *महा मेट्रो ने परंपरा को स्थायी चित्रों में संजोया*



नागपुर: विश्व में नागपुर एकमात्र शहर ऐसा है जहां अंग्रेजी हुकुमतसे बगावत करने की मिसाल आज भी कायम है । १८८५ से मारबत उत्सव पोल के दूसरे दिन प्रतिवर्ष मनाया जाता है । १३८ वर्ष पुरानी परंपरा को महामेट्रो ने मेट्रो पिलर पर स्थायी चित्रों के माध्यम से आगामी एक शतक वर्ष के लिए जीवंतता प्रदान की है । महानगर के प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्र इतवारी, गांधीबाग,महल,बडकस चौक को जोड़ने वाले चितारओली चौक के मेट्रो पिलर पर मारबत उत्सव की सचित्र झांकी को प्रस्तुत किया है । शहर में नागपुर मेट्रो रेल परियोजना का कार्य करने के साथ महामेट्रो कला और संस्कृति को संजोने का अनूठा कार्य भी करा रहा है । महा मेट्रो के माध्यम से किए जा रहे संस्कृति जतन के कार्य आगामी १०० वर्ष से अधिक समय तक परंपरा को जीवंतता प्रदान करने में निश्चित ही सहायक सिद्ध होंगे ।




· *मारबत विदर्भ की शान*

पोला उत्सव के दूसरे दिन निकलने वाली मारबत विदर्भ की शान है । इस शान को चित्रों के द्वारा मेट्रो पिलर पर वर्षो तक बनाए रखने के लिए मेट्रो के कार्य सराहनीय है । चितारओली और कॉटन मार्केट चौक से निकलने वाले नागरिक रोजाना आकर्षक चित्रों को देखकर मारबत और पोले की यादें तरोताजा करते है । प्राचीन संस्कृति को कायम रखने के लिए महामेट्रो द्वारा किए गए कार्य की प्रशंसा जागनाथ बुधवारी निवासी वयोवृद्ध देवीदास गभने ने की है । उन्होंने इस कार्य के लिए मारबत कमेटी की ओर से महा मेट्रो का आभार माना ।



· *चितारओली पर होगी भेंट*

चितारओली पर होगी भेंट जागनाथ बुधवारी से पूजा अर्चना के बाद निकलनेवाली मारबत चितारओली चौक स्थित मेट्रो पिलर के समीप पहुंचेगी। कमेटी अध्यक्ष श्री. प्रकाश गौरकर के अनुसार परंपरागत मारबत पिलर पर मेट्रो द्वारा बनाई गई मारबत प्रतिमा से भेंट करेगी। कमेटी की ओर से इस दौरान पूजा अर्चना की जाएगी। इसके बाद मारबत यात्रा आगे रवाना होगी।



· *महामेट्रो के प्रेरणास्पद कार्य:गौरकर*

पीली मारबत उत्सव के अध्यक्ष श्री. प्रकाश गौरकर ने कॉटन मार्केट चौक और चितारओली पर महामेट्रो द्वारा भारतीय संस्कृति के प्रमुख त्यौहार पोला और मारबत उत्सव की झांकियों को चित्रों में प्रस्तुत करने के कार्य की सराहना की है । श्री. गौरकर ने कहा कि मेट्रो ने रेल संचालित करने के साथ संस्कृति के प्रति जो काम किया है वह अव्दितीय है । जो कार्य नागपुर मेट्रो ने किए है , वे देश के अन्य महानगरों ने देखने को नहीं मिलते । उन्होंने कहा कि इसे नागपुर का ही सौभाग्य कहना चाहिए कि संस्कृति की फिक्र करने वाली महामेट्रो हमें मिली । जो मेट्रो यात्रियों को विश्वस्तरीय आधुनिक परिवहन सेवा उपलब्ध करने के साथ ही संस्कृति और परंपरा को नई पीढ़ी से अवगत करने के लिए अहंम भूमिका निभा रही है । उन्होंने कहा की अंग्रेजो के अन्याय और अत्याचार के खिलाफ एकजुट होकर आंदोलनात्मक ख़ैया अपनाने के उद्देश से १८८५ में जागनाथ बुधवारी से मारबत उत्सव की शुरुआत हुई । आजादी के बाद ' खांसी खोकला , रोग राई , घेऊन जा गे मारबत ' के गगनभेदी नारों के साथ मारबत जुलुस निकालने की परंपरा आज भी चली आ रही है । यह उत्सव देखने के लिए लाखों दर्शकों की भीड़ लगी रहती है । जिस मार्ग से यात्रा निकलती है जन सैलाब उमड़ पड़ता है।



· *हम है सौभाग्यशाली*

मारबत उत्सव से जुड़े शेंडे परिवार की तीसरी पीढ़ी के श्री. गजाननराव ने कहा की हम सौभाग्यशाली है । मारबत और पोला उत्सव को चित्रों से मेट्रो ने साकार किया है यह हमारे लिए आनंद और गौरव की बात है । आने वाली पीढ़ी को इससे शहर की परंपरा और संस्कृति की प्रेरणा मिलेगी ।



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शहर में पोला उत्स*बैलजोड़ी की डोर किसान के हाथ*व धूमधाम से मनाने की परंपरा है। कॉटन मार्केट परिसर समूचे विदर्भ का प्रमुख व्यावसायिक केन्द्र रहा है । कॉटन मार्केट चौक पर महामेट्रो की ओर से मेट्रो पिलर पर चित्रों के माध्यम से पोला उत्सव को साकार किया गया है। बैलजोड़ी के साथ किसान का चित्र बेहद खूबसूरती से उकेरा गया है । भारतीय संस्कृति की परंपरा और क्षेत्र के इतिहास को वर्षों तक जीवित रखने के कार्य में महा मेट्रो ने अहंम भूमिका निभाई है। कॉटन मार्केट क्षेत्र विदर्भ के साथ ही समीपवर्ती मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा , सिवनी , सौंसर , पांढुरना आदि शहरों के किसानों का केन्द्र बिंदु रहा। कपास , सब्जी भाजी , संतरे की मंडी इसी क्षेत्र में गुलजार होती थी। किसान बैलगाड़ी (बैलबंडी )से यहां माल लेकर बेचने आते थे और गृहस्थी की खरीदारी कर वापस होते थे । बदलते परिवेश में भी इस क्षेत्र का पोला उत्सव धूमधाम से मनाने की परंपरा जारी है।



इन सब बातों पर गौर कर महामेट्रो ने क्षेत्र की गौरवमयी परंपरा को कायम रखने का सटिक कार्य किया । वर्ष में एक दिन उत्सव मनाकर उसकी यादें ३६४ दिन तरोताजा बरक़रार रखने का कार्य उत्सव के आकर्षक स्थायी चित्र कर रहे हैं । साथ ही उत्सव की जीवंतता को कायम कर नई पीढ़ी को प्रेरणा दे रहे हैं ।
















MAHARASHTRA METRO RAIL CORPORATION LIMITED

(Nagpur Metro Rail Project)






Nagpur – 440010

(Public Relation Department)

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