नव वर्ष मंगलमय हो मुनि संजय कुमार
कांकरोली । महा तपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनि श्री संजय कुमार मुनि श्री प्रकाश कुमार एवं मुनि श्री सिद्ध प्रज्ञ के पावन सानिध्य में भगवान महावीर का 2548 वा निर्वाण महोत्सव त्याग श्रद्धा और संयम के साथ मनाया गया मुनि श्री संजय कुमार ने कहा भगवान महावीर इस युग के अंतिम तीर्थंकर थे उन्होंने हमें संयम और शांति से जीने का और समता व प्रसन्नता से मरने का मार्ग बताया ।
मुनि श्री प्रकाश कुमार ने कहा भगवान महावीर की स्मृति में हमें मंत्र जप ध्यान आदि प्रयोग करना चाहिए जिससे जीवन में क्षमता समता और संतुलन का विकास हो जाए । जप से चेतना निर्मल ओर प्रवित्र बनती है।
मुनि सिद्ध प्रज्ञ ने कहा वाण का अर्थ है वासना ओर नीर का अर्थ है बुझ जाना जिसकी वासना बुझ जाती है वह निर्वाण को प्राप्त होता है ।भगवान महावीर ने जैसा जीवन जीया ओर जैसा निर्वाण को प्राप्त किया हम भी वैसा ही जीवन जिएगे तो हम निर्वाण को प्राप्त हो सकते है। सम्यक ज्ञान सम्यक दर्शन और सम्यक आचरण से निर्वाण को प्राप्त किया जा सकता है। नया वर्ष कोरोना वायरस से मुक्त रहे।दीपावली के पावन अवसर पर रात्रि में जप का अनुष्ठान मुनि श्री प्रकाश कुमार ने तल्लीनता के साथ कराया ।मुनि श्री संजय कुमार ने दीपावली का बड़ा मांगलिक सुनाया जिसे सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु जन मुंबई सूरत अहमदाबाद भीलवाड़ा आमेट कांकरोली राजनगर धोइंदा आदि आसपास के क्षेत्रों से बड़े उत्साह से समागत थे।
नव वर्ष के पावन अवसर पर मुनि श्री ने आशीर्वाद के रूप में विशेष मंगल पाठ सुनाया इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोगों ने त्याग और नियम लेकर 1 वर्ष तक शांति से जीने का संकल्प किया।
दीप मालिका का आयोजन तेरापंथ महिला मंडल कांकरोली के बैनर तले हुआ ।
इस अवसर पर तेरापंथ सभा के अध्यक्ष प्रकाश सोनी तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष धनेंद्र मेहता एवं तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा इंदिरा पगारिया आदि 225 के करीब श्रावक श्राविकाएं विशेष रूप से उपस्थित थे।