नागपूर/अरूण कराळे(खबरबात):
रक्षा क्षेत्र को गत 200 वर्षोसे विविध आयुध व आवश्यक सामुग्री का निर्माण करणे वाले देश के 41 आयुध निर्मानियो केंद्र सरकार ने उद्योगपती के दबाव मे आकर लॉकडावन स्थिती का अनुचित लाभ लेते हुये निगमीकरण के देश विरोधक फैसले से आयुध निर्मानी कर्मचारी व उनके परिवार आक्रोशीत व आहत हुये हैं।
इस निर्णय का आयुध निर्मानी अंबाझरी के रेड,इंटक लोकशाही कामगार युनियन तथा ऑफिसर असोशिशन ( सिडरा)ने भी तीव्र विरोध दर्शाया हैं । तथा इस देशविघातक निर्णय के खिलाफ तीव्र आंदोलन की घोषणा की हैं। इसी निर्णय के तहत आयुध निर्मानी अंबाझरी के भीतरी प्रवेश द्वार क्रमांक 3 के समक्ष रेड युनियन के पदाधिकारी कॉम्रेड गिरीश खाडे, विनोद कुमार,आशिष पाचघरे,विनोद रामटेके, राकेश खाडे, रिजवान अन्सारी,देवा क्षीरसागर,सुनील मंडाले,उमेश गोमासे,उमेश कापसे,सिरील पेड्रोऑर्डनन्स फेक्टरी कर्मचारी युनियन के पदाधिकारी अरविंद सिंह,चेतन कुमार,प्रवीण महल्ले,लोकशाही कामगार युनियन संघटना के पदाधिकारी जगदीश गजभिये,वेदप्रकाश सिंह,सुदर्शन मेश्राम,सतीश बागडे आदी के नेतृत्व मे जोरदार निदर्शन मे मोदी सरकार मुर्दाबाद,निगमीकरण नही चलेगा,उद्योगपती की सरकार नही चलेगी,
देश की सुरक्षा निजी हाथो मे सौपना नही चलेगा,झुटी सरकार हाय हाय, काम के 12 घंटे अन्यायकारक निर्णय वापस ली आदी नारे लगाकर अपना आक्रोश व्यक्त किया। प्रमुख JCM- सदस्य बी बी मजूमदार नेता ने मार्गदर्शन मे कहा की मोदी सरकार का इस निर्णय के खिलाफ देश व्यापी आंदोलन जारी किया गया हैं। लॉकडाऊन समय का अनुचीत लाभ लेते हुये केंद्र सरकार ने यह देश सुरक्षा से जुडे संवेदनशील मांमले मे एकतरफा निर्णय लिया हैं। निजी क्षेत्र की ओर रक्षा उत्पादन सौपना देश के सुरक्षा से खिलावड व गुप्तता भंग करणा हॊगा।
सरकार के मजदूर विरोधी निर्णय के खिलाफ देशव्यापी अनिश्चित कालीन "हड़ताल" को सभी कामगारो का समर्थन जुटाने हेतू 15 जून से 17 जून तक कामगारो से मतदान प्रक्रिया दवारा मान्यता प्राप्त की जायेगी पश्चात लॉकडावन के पूर्ण शिथिलता पश्चात देशव्यापी हड़ताल व परिवार सह रास्ते मे उतरकर तीव्र आंदोलन का निर्णय भि घोषित किया. देश भर के 41 आयुध निर्मानियो मे यह आंदोलन एकसाथ कर मोदी सरकार को यह निर्णय वापस लेने का अनुरोध किया जायेगा.