राजसमन्द। तेरापंथ धर्मसंघ की अष्टम प्रमुखा शासनमाता महाश्रमणी कनक प्रभा के आरोग्य व विश्व शांति की शुभ कामना स्वरूप तेरापंथ युवक परिषद कांकरोली के तत्वाधान, आचार्य महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासन श्री मुनि सुरेश कुमार के सान्निध्य में शहर के राजमंदिर जड़िया कॉम्लेक्स में दिव्य भक्तामर अनुष्ठान आयोजित हुआ। आहूत अनुष्ठान में 121 श्रावक श्राविकाओं सहभागी बनें ।
रिपोर्टर- पप्पू लाल कीर (राजसमंद)
आरोग्य योहि लांभं "जपयोग से शुरू हुए भक्तासर अनुष्ठान में उपस्थित साधकों को सम्बोधित करते हुए ध्यान साधक शासन श्री मुनि सुरेश कुमार ने कहा प्रार्थनाएं जो मन से किसी के लिए की की जाए वह अवश्य उनके पास पहुंचती है। भगवान ऋषभ स्तुति में आचार्य मानतुंग भक्तामर पाठ मन की पवित्रता को समृद्ध के साथ तन-मन जीवन की समस्याओं का समाधान देता है। हम संकल्पपूर्वक अनुष्ठान करें कि शासन माता का स्वास्थ्य पूर्णरूपेण निरामय हो जाए, यही इस अनुष्ठान को सिद्धी हैं ।
मुनि सम्बोध कुमार मेधांशा ने भक्तामर अनुष्ठान के साथ बीज मंत्रो का प्रयोग करवाते हुए कहा आस्था चमत्कार पैदा करती है। दुनिया का कोई भी शब्द मंत्र हो जाता है बशर्ते कि आस्था में गहराई हा और लक्ष्य साफसुथरा हो । भक्तामर अनुष्ठान में सभी की सक्रिय सहभागिता निश्चित ही उद्देश्य की सिद्धी में आने अहम किरदार निभायेगा ।
मुनि पदम कुमार ने कहा कम समय इतने विराट कल्पना की सिद्धी श्रम और • समपर्ण का अनुठा संगम है। भविष्य में भी हम इसी सक्रियता और श्रद्धा से ऐसे पावन उपक्रमों में अपना समपर्ण प्रस्तुत करे यही मंगलकामना है
मुनि सिद्धप्रज्ञ ने कहा साध्वींप्रमुखा करकप्रभा जी ने 50 साल दिए आधी दुनिया के स्वाभिमान और सम्मान की रक्षा के लिए इन दिनों वे दिल्ली में आचार्य महाश्रमण सान्निध्य में स्वास्थ्य लाभ ले रही है। मुनिवृन्द की प्रेरणा से यह अनुष्ठान अपने आपमे अनुपम दिव्यता लिए हुए है. इस महनीय प्रयास के लिए ते. यु.प. साधुवाद का पात्र है । कार्यक्रम में अ.भा.ते. यु.प. कार्यसमिति सदस्य व जैन संस्कार विधी सहप्रभारी आशीष दक ने भावपूर्ण विचारों की प्रस्तुति दी। तेरापंथ सभाध्यक्ष प्रकाश सोनी ने भी विचार व्यक्त किए स्वागत ते.यु.प. अध्यक्ष धनेन्द्र मेहता, आभार मंत्री दिव्यांश कच्छारा ने जताया । कार्यक्रम के प्रायोजक राजेश, गर्वित जड़िया रहे ।