शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस साथ करेंगे प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र के महा विकास अघाड़ी गठबंधन ने 11 अक्टूबर को महाराष्ट्र बंद बुलाया है. महाराष्ट्र बंद के ऐलान में एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस व अन्य सहयोगी दल शामिल होंगे. एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, कांग्रेस के बालासाहेब थोराट और शिवसेना के एकनाथ शिंदे ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में महाराष्ट्र बंद बुलाए जाने का ऐलान किया.चंद्रपूर मे भी सभी व्यापारी प्रतिनिधी के साथ मुलाकात कर बंद मे शमील होने की बात को मंजुरी मिली है.चंद्रपूर मे सोमवार को सभी व्यापारी बंद को समर्थन देणे वाले है.
बैठक मे चंद्रपूर शहर जिल्हा काँग्रेस कमिटीके जिल्हाध्यक्ष रितेश (रामू) तिवारी, काँग्रेसचे ग्रामीण जिल्हाध्यक्ष प्रकाश देवतळे, राष्ट्रवादी काँग्रेसके जिल्हाध्यक्ष राजेंद्र वैद्य, शिवसेना के जिल्हाध्यक्ष संदीप गिर्हे, राष्ट्रवादी युवक काँग्रेसके जिल्हाध्यक्ष नितीन भटारकर साथ अन्य, जाने माने लोग और कार्यकर्ता भी उपस्थित थे.
महा विकास अघाड़ी का यह फैसला ऐसे में आया है जब हाल ही में शिवसेना सांसद संजय राउत ने लखीमपुर खीरी की घटना के संबंध में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद राउत ने कहा था कि देश में एकजुट विपक्ष की जरूरत है. इसलिए मैंने राहुल गांधी से मुलाकात की. मैंने लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर भी उनसे चर्चा की थी. एकजुट विपक्ष देश के लिए काफी महत्वपूर्ण और यह लोकतंत्र बचाने के लिए भी काफी जरूरी है.
वहीं, इस मामले पर एनसीपी प्रमुख प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि, 'जलियांवाला बाग में जैसी स्थिति थी, वैसी ही आज यूपी में हो गई है. किसान ये भूलेगा नहीं. केंद्र सरकार को असंतोष का सामना करना पड़ेगा.' उन्होंने कहा था कि बीजेपी सरकार के काफिले ने किसानों की हत्या की है. किसानों की हत्या के लिए यूपी सरकार और केंद्र सरकार जिम्मेदार है. पवार ने इस घटना की जांच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की कमेटी से करवाने की मांग की. उन्होंने इस घटना को सत्ता का दुरुपयोग बताया.