रिपोर्टर- पप्पू लाल कीर
जोरावरपुरा। साध्वी श्री जी ने बताया की जिस प्रकार हम किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत विनायक भगवान से करते है उसी प्रकार हमारे विनायक भी आचार्य भिक्षु है। हमे उनके बताए हुए मार्ग का अनुसरण करना चाहिए। साध्वी श्री डॉ.. लावण्ययशा जी ने बताया की आज का दिन पुष्प नक्षत्र मे लिखवाने जैसा है। क्योकि आज के दिन आचार्य भिक्षु का जन्म भी हुआ और बोधि भी मिली। साध्वी श्री विधि प्रभा जी ने बताया की आचार्य भिक्षु अपने युग के प्रचेता थे उन्होने सत्य का अनुसरण किया
साध्वी श्री नैतिक प्रभा जी ने एक गीतिका के माध्यम से अपने भावो की अभिव्यकति दि इसी के साथ जोरावरपुरा तेरापंथ भवन मे ऊँ भिक्षु का त्रिदिवसीय अखण्ड जप रखा गया। कुछ भाई बहनो ने गुरु पूर्णिमा पर तेले की तपस्या भी की
साध्वी श्री नैतिक प्रभा जी ने एक गीतिका के माध्यम से अपने भावो की अभिव्यकति दि इसी के साथ जोरावरपुरा तेरापंथ भवन मे ऊँ भिक्षु का त्रिदिवसीय अखण्ड जप रखा गया। कुछ भाई बहनो ने गुरु पूर्णिमा पर तेले की तपस्या भी की
तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष सुरेन्द्रजी बच्चा ने अपने भावो की अभिव्यकति गीतिका के माध्यम से दी।