राष्ट्रवादी कांग्रेस मीडिया सेल नागपुर शहर ने पुलिस आयुक्त को सौंपा ज्ञापन।
पुलिस स्टेशन पांचपावली और कलमना मे कर्मचारियों को हो रही समस्याओं का समाधान करने की मांग : अमित दुबे
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी मीडिया सेल जिलाध्यक्ष नागपुर शहर अमित दुबे के नेतृत्व में शिष्टमंडल ने पुलिस स्टेशन पांचपावली व कलमना मे कर्मचारियों को हो रही समस्याओं से निजात दिलाने हेतू नागपुर शहर पुलिस आयुक्त श्री अमितेश कुमार के नाम ज्ञापन सौंपा जिलाध्यक्ष अमित दुबे ने बताया की नागपुर शहर की गिनती अब मेट्रो सिटी में आती है शहर में आज 30 से 35 पुलिस स्टेशन है और उन सभी में हजारों पुलिसकर्मी कार्यरत भी है जनता की सेवा करना ही उनका प्रथम उद्देश होता है 'कही चोरी हुवी तो पुलिस खुन हुवा तो पुलिस इत्यादी सभी के लिये जब पुलिस को याद किया जाता है तो जब पुलिस परेशान हो या त्रस्त हो तो ऐसे वक्त वो किसे याद करेगी किसके शरण मे जाएगे सब की सेवा करते रहने से जब प्रशासन ही उनके और ही ध्यान नहीं देता तो वे अपना दुख दर्द कीसे बया करेगे तब भी वे उफ तक नहीं करते इसका जीता जागता उदाहरण शहर के 2 पुलिस स्टेशन मे देखने को मिलता है जहा पुलिस कर्मचारी मजबूरन जैसे तैसे ड्यूटी कर रहे है और अपना समय काट रहे हैं पुलिस स्टेशन पांचपावली और कलमना ये दो पोलिस पुलिस स्टेशनो मे जो टॉयलेट बाथरूम है वहां बहुत गंदगी है वहां जाने पर टॉयलेट करने के पहले उल्टी आ जाना स्वाभाविक सी बात है पिछले 2 साल से कोरोना जैसी महामारी से पुरा देश रुबरु हुवा है और अब शहर मे डेंगू ने दस्तक दी है जिससे स्वास्थ्य को लेकर हर किसी में दहशत निर्माण है बिमारी पुलिस को नही जानती पहचानती उसे दिखाई व सुनाई भी नही देता पुलिस स्टेशन परिसर के आसपास बहुत बदबू होने से कर्मचारी के स्वास्थ्य पर विपरीत परिणाम पड़ता जिसके कारन उनका स्वास्थ प्रभावित हो रहा है इसके अलावा पुलिस स्टेशन में महिलाओं के लिए अलग से वॉशरूम ना होने से महिला पुलिस कर्मियों को शर्मिंदगी का सामना करना पडता है कर्मचारियों के लिए पीने के पानी की मशीन के आस पास भी बहुत गंदगी का होना उनकी जान को जोखिम में डालने जैसा प्रतीत होता है पुलिस स्टेशन पांचपावली बहोत पुराना पुलिस स्टेशन है स्टेशन डायरी ड्यूटी करते वक्त यदि जनता एक साथ आ जाए तो वहां उनके बैठने तक की व्यवस्था नहीं है जिससे पुलिस को बहोत तकलिफ होती है महिला हो या पुरूष कर्मचारियों को पुलिस स्टेशन में खाने पीने के लिये अलग से भोजन कक्ष तक की उत्तम व्यवस्था ना होने से उन्हे मजबूरन आसपास के छोटी मोटी चाय की टपरियो कैंटीन इत्यादि जगहो पे जाना पडता है उसमे कईयो पुलिस कर्मचारीगण ठीक से बाहर सबके सामने शर्म के कारन भोजन भी नही कर पाते है क्युकी हर इंसान को भोजन करते वक्त एकांतता मे समय व्यतीत करना पसंद होता है मगर कर्मचारीयो की ओर कोई ध्यान नहीं देता क्योंकि वह खुलकर अपनी समस्या अधिकारियों के समक्ष रख नहीं सकते मगर क्या वह इंसान नहीं क्या छोटे कर्मचारी होना अपराध है संविधान में सभी को समान जीने का हक है इसलिये इस समस्या का समाधान पुलिस कर्मचारियों के हक में जल्द से जल्द होना चाहिए ऐसी मांग की गयी।
इस अवसर पे बलजीत सिंग ढिल्लन, निखिल कोचे, मनोज पौनिकर, हनी खेत्रपाल, तिलक खरपुरिया, गोस्वामीजी, आकाश शर्मा, कुनाल मिश्रा, शीतल नंदनवार, गीता मिश्रा इत्यादी भारी संख्या में उपस्थित थे।
Memorandum handed over to the Commissioner of Police by Nationalist Congress Media Cell Nagpur City.