Top News

सरकारी शाळा बंद करण्याचा निर्णय त्वरित रद्द करा

पुरोगामी पत्रकार संघाचे तहसीलदार मार्फत मुख्यमंत्र्यांना पत्र शिरीष उगे (भद्रावती प्रतिनिधी) भद्रावती : राज्य शासनाने सरकारी शाळेच्या संदर्भ...

ads

गुरुवार, मार्च ०७, २०१९

पोल्ट्री फॉर्म से रोज गायब हो जाती थी मुर्गियां

पोल्ट्री फार्म में लगातार मर रही थी मुर्गियां, जब संचालक ने रखी नजर तो निकला कुछ ऐसा की मचा हड़कंप

रायपुर।
राजधानी से सटे महज 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित देवपुरी में वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर तेंदुए को पकड़ा है। तेंदुआ देवपुरी के पोल्ट्री फार्म से मुर्गी चुराकर खा रहा था। वन विभाग को इसकी शिकायत मिली थी। वन विभाग की टीम पिछले तीन सप्ताह से पोल्ट्री फार्म पर डेरा डाले हुई थी।

सोमवार तड़के साढ़े तीन बजे तेंदुआ मुर्गी खाने के चक्कर में फिर आया। मुर्गी के चक्कर में जैसे ही वह पिजड़े में घुसा तो पिजड़ा बंद हो गया। तेंदुए को पकड़कर नंदनवन में रखा गया है। वाइल्ड लाइफ पीसीसीएफ के आदेश के बाद उसे टाइगर रिजर्व में छोड़ा जाएगा। वन विभाग के अधिकारी का कहना है कि रहवासी इलाके में आने की वजह से जनहानि होने की संभावना थी, लेकिन कर्मचारियों की मदद से आसानी से तेंदुए को पकड़ा जा सका।
वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी के देवपुरी गांव में मिलिट्री के रिटायर्ड मेजर दीपक मेहता का रायल नामक पोल्ट्री फार्म था। पोल्ट्री फार्म में पिछले 22 दिनों से लगातार तेंदुए द्वारा मुर्गी के खाने की शिकायत मिली थी। संचालक द्वारा वन विभाग को इसकी जानकारी दी गई।

Leopard
उसके बाद तेंदुए को रेस्क्यू करने का जिम्मा नंदनवन के कर्मचारियों को सौंपा गया था। नंदनवन की टीम वन पाल विराज मुदलियार, सुधाकर राव शिंदे और वन रक्षक गिरीश रजक की टीम पिछले 20 दिनों से देवपुरी में तेंदुआ रेस्क्यू करने वाली टीम डेरा डाले हुई थी। रेस्क्यू टीम लगातार तेंदुए को वाच कर रही थी। पोल्ट्री फार्म में तेंदुआ आता था और मुर्गी खाकर वापस लौट जाता था।

ऐसे फंसा तेंदुआ पिंजरे में
वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि तेंदुआ को सही सलामत पकड़ने के लिए वहां पर पिंजरा रखा गया था। पिजरे में दो मुर्गियां रखी गई थीं। सोमवार को तड़के साढ़े तीन बजे तेंदुआ पोल्ट्रीफार्म की बाउंड्री वाल को कूदकर पोल्ट्री फार्म में प्रवेश किया था।टीम ने वाउंड्री वाल के पास ही पिंजरे को खोलकर रख दिया था, तेंदुआ लालच में जैसे ही पिंजरे में घुसा पिजरा बंद हो गया। तेंदुए की ताक में बैठे नंदनवन के कर्मचारियों ने तुरंत पिंजरे में ताला लगाकर इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर उसे नंदनवन भेज दिया गया है।
तेंदुए के पंजे से हुई पहचान
पोल्ट्री फार्म से लगातार तीन से चार मुर्गियां गायब हो रही थीं। पोल्ट्री फार्म में सोने वाले कर्मचारी रात में तेंदुए की आवाज सुन रहे थे। सुबह कर्मचारियों द्वारा तेंदुए के पंजे का निशान भी देखा।
कर्मचारियों ने तेंदुए द्वारा पोल्ट्री फार्म मुर्गी गायब होने की जानकारी संचालक को दी। कर्मचारियों की बात का भरोसा ना कर संचालक स्वंय रात में पोल्ट्री फार्म में आकर देखा तो उनको भी तेंदुआ दिखाई दिया उसके बाद उन्होंने तेंदुए को रेस्क्यू के लिए वन विभाग टीम को जानकारी दी थी।
सेवा:नई दुनिया 



SHARE THIS

Author:

खबरबात™ (Khabarbat™) हे मराठी माध्यमातील लोकप्रिय वेबपोर्टल आहे. ताज्या बातम्यांसह डिजिटल अपडेट, राजकीय, सामाजिक, पर्यावरण, रोजगार, बिझनेस बातम्या दिल्या जातात. भारत सरकारच्या माहिती व प्रसारण खात्याच्या डिजिटल मीडिया विभागाकडे Intermediary Guidelines and Digital Media Ethics Code) Rules 2021 नुसार नोंदणीकृत आहे.