स्वर्ण विजय मशाल का वीर योद्धा और आर्मी गार्ड्स रेजिमेंटल सेंटर, कामठी में स्वागत
नागपूर : 1971 के युद्ध के 50 साल पुरे होने पर 2021 को हम स्वर्णीम विजय वर्ष के रूप में चिन्हित करने के लिए स्वर्ण विजय वर्ष का मशाल गार्ड्स रेजिमेंटल सेंटर में आ चुकी है I ये विजय मशाल, भारतीय सेना को माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 16 दिसंबर को नयी दिल्ली में सौंपी गयी थी I एक भव्य समारोह के साथ विजय मशाल कोराडी, ऑटोमोटिव चौक, कामठी शहर और गरुड द्वार से होते हुये प्रवेश किया I सैनिकों ने सड़क के दोनों किनारों पर दो किलोमीटर तक मानव श्रंखला बनाई, जिसके मध्य से विजय मशाल को पूर्व सैनिकों द्वारा रिले किया गया, अंत में स्टेशन कमांडर और कमांडेंट गार्ड्स रेजिमेंटल सेंटर, कामठी ने कैप्टन अनिरुद्ध से सैनिकों तथा उनके परिवारजनों के बीच इस स्वर्णिम विजय मशाल को प्राप्त किया I समारोह के दौरान कामठी प्रशासन के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे I 1971 के युद्ध के पाँच योद्धा कर्नल जाली, कर्नल अभय पटवर्धन, स्क्वार्डन लीडर सुबित मुखर्जी, कैप्टन नटराजन अय्यर और कैप्टन एम टी वखारे भी इस अवसर पर उपस्थित थे और सेना द्वारा उन्हे सम्मानित भी किया गया I विजय मशाल टीम युवा सैनिकों के लिए आकर्षण का केंद्र थी, सभी ने बेसब्री के साथ तस्वीरें खिंचवाई I
विजय मशाल टीम सात दिनों तक नागपुर में रहेगी और इस दौरान वे कस्तूरचंद पार्क में गणतन्त्र दिवस समारोह सहित विभिन्न सैन्य और नागरिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे I इन समारोहों में भारतीय सेना की ऐतिहासिक उपलब्धियों का प्रदर्शन और राष्ट्र निर्माण में उत्कृष्ट योगदान के लिए पूर्व सैनिकों को सम्मानित करने की योजना बनाई गई है I