बसपा कार्यकर्ताओं ने की लोगो की खाने की व्यवस्था कर बस से जामठा छोड़ दिया
नागपूर / अरूण कराळे (खबरबात)
लॉकडाउन में फंसे गरीब मजदूर लोग गाव जाने के लिए तरस रहे है।जो साधन मिला उससे घर जा रहें है तो कुछ लोग हजारो किलोमीटर पैदल,साइकिल से अपने घर जा रहे है।
रविवार को दोपहर ढाई बजे के करीब एक बस ने करीब 42लोगो को वाड़ी छोड़ दिया।सभी लोग काटोल बाईपास पर दुकानों के सामने अपना डेरा लगाकर बैठे थे।लोगों ने बताया कि मुंबई,पनवेल सूरत से पैदल चल धुलिया पहुँचे थे।वहाँ से किसी सरकारी बस से छत्तीसगढ़ राजनांदगांव के बिठा लिया लेकिन बस के चालक ने सभी को वाड़ी में उतार दिया।अनजान लोगों को पता नही था कि उन्हें कहा उतार दिया।जब वाड़ी के बसपा शहर अध्यक्ष् गौतम मेश्राम को पता चला तो लोगो से मिले।उनकी परिस्थिति देख मेश्राम ने उनके आराम करने की व खाने की व्यवस्था की।इस संदर्भ में मीडिया कर्मियों ने सरकारी अधिकारियो को जानकारी दी।
उपविभागीय अधिकारी इंदिरा चौधरी को जानकारी पूछने पर बताया कि इस संदर्भ में जानकारी नही है।पुलिस स्टेशन को जानकारी देते है।मुख्याधिकरी को भी इसकी जानकारी दी गई।लेकिन पुलिस के अलावा कोई सरकारी अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नही लिया।वाड़ी शहर में ऐसे ही बाहरी लोग भटकते रहे तो संक्रमण फैंलने की आशंका वाड़ी के नागरिको ने जताई।बहार राज्य में जाने के लिए वाड़ी से ही लोग पैदल जा रहे है।इस पर नप प्रशासन का ध्यान नही होने से लोग सड़कों पर दिखाई दे रहे है।
-बसपा कार्यकर्ताओ ने मजदूरों को गाड़ी कराकर जामठा पहुंचाया
वाड़ी में उतरे लोगो से शहर को संक्रमण का डर पैदा न हो इसलिए वाड़ी में उतरे लोगो को जामठा तक पहुंचाने का कार्य बसपा कार्यकर्ता कर रहे है।रविवार को धुलिया से आये 42 व अन्य 30 कुल 72 मजदूरों को दो गाड़ियों से जमठा रवाना कर दिया।जामठा से मनोज गुप्ता नामक समाजसेवक मजदूरों को उनके घर पहुंचाने का काम करने की जानकारी
बसपा हिंगणा विधानसभा अध्यक्ष शशिकांत मेश्राम,वाड़ी शहर अध्यक्ष गौतम मेश्राम, ने दी।
उन्होंने बताया कि वाड़ी शहर में जो भी भटके मजदूर लोग दिखेंगे उन लोगो को खाना नास्ता देकर गाड़ी से उनको घर पहुंचाने का कार्य करेंगे।