नागपूर/प्रतीनिधी:
अनुभव, संस्कृति व ज्ञान, इस त्रिसूत्रीय समीकरण का आदान-प्रदान करने के लिए अखिल भारतीय क्रीड़ा स्पर्धा उपयुक्त साबित होगी. यह बात चंद्रकांत थोटवे, संचालक (संचलन), महानिर्मिति ने कही. वे 43वीं अखिल भारतीय विद्युत क्रीड़ा नियंत्रण मंडल की वॉलीबाल स्पर्धा के उद्घाटन अवसर उद्घाटक व अध्यक्ष के तौर पर बोल रहे थे.
मंच पर विनोद बोंदरे कार्यकारी संचालक (मानव संसाधन), उमाकांत निखारे मुख्य अभियंता, नाशिक विद्युत केंद्र व अध्यक्ष आयोजन समिति, नवनाथ शिंदे मुख्य अभियंता (सौर, नाशिक), जयंत विके, मुख्य अभियंता (पारेषण), राघवेंद्र मिश्रा निरीक्षक अ.भा.वि.क्रि.नि.मं. उत्तर प्रदेश, अनिल मुसले मुख्य औद्योगिक संबंध अधिकारी, डी.बी. गोरे, सह संचालक (औ. सु. व आ.) नाशिक, सुनील इंगले उप मुख्य अभियंता आदि की उपस्थिति रही.
चंद्रकांत थोटवे ने आगे कहा कि भले ही अपनी प्रादेशिक भाषा अलग-अलग हो लेकिन हम सभी एक ही परिवार के हैं और ग्रीड के तार से जुड़े होने से अपनी फ्रिक्वेंसी भी एक ही है. नाड़ी जुड़ी होने के कारण हार-जीत का महत्व नहीं रह जाता. एक ही परिवार में स्पर्धा नहीं हो सकती इसलिए खेल का आनंद लिजिये. उन्होंने सभी खिलाड़ियों को शुभेच्छा दी. कार्यक्रम की शुरुआत पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि के साथ हुआ. सभी ने 2 मिनट का मौन रखा.
पूरे भारत से आई 20 टीमों के 250 खिलाड़ियों ने शानदार मार्चपास्ट किया तथा मंच पर उपस्थित मेहमानों को सलामी दी. उद्धाटक चंद्रकांत थोटवे द्वारा झंडावंदन किया गया. मशाल की सहायता से क्रीड़ा ज्योत प्रज्वलित की गई और तिरंगे के रंगों के गुब्बारे हवा में उड़ाकर स्पर्धा की शुरु होने की घोषणा की गई. इससे पहले सोनावणे, तुषार परदेशी, शशांक केसरखाने और मंगेश ठुबे, इन नामी खिलाड़ियों ने मैदान के चारों और दौड़ लगाकर क्रीड़ा ज्योत पहुंचाई. कार्यकम के अध्यक्ष चंद्रकांत थोटवे द्वारा सभी टीम प्रबंधकों को गुलाब के फूल देकर स्वागत किया गया. सोहैल शेख ने सभी को खेल भावना की शपथ दिलाई.
मुख्य औद्योगिक संबंध अधिकारी अनिल मुसले ने प्रास्ताविक रखा. नाशिक ढोल पथक की शानदार गूंज और महाराष्ट्र की सांस्कृतिक झांकियों ने उपस्थितितों को मंत्रमुग्ध कर दिया. उत्तर प्रदेश पॉवर कार्पोरेशन के राघवेंद्र मिश्रा (निरीक्षक अ.भा.वि.क्रि.नि.मंडल) ने सफल आयोजन के लिए आयोजक टीम की भूरि-भूरि प्रशंसा की.
विनोद बोंदरे ने अपने संबोधन में कहा कि महानिर्मिति बिद्युत उत्पादन के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कामगिरी कर रही है. क्रीड़ा स्पर्धा के माध्यम से उत्साह, नया जोश और कार्यक्षमता बढ़ती है. कल्याण अधिकारी निवृत्ती कोंडावले ने सभी का आभार माना.
कार्यक्रम का सूत्र संचालन शशांक कांबले, लीना पाटिल, वासंती नाईक और पुरुषोत्तम वारजूकर ने किया. कार्यक्रम में अधीक्षक अभियंता कमटमकर, तायडे, चव्हाण, कुमावत के अलावा श्रीकांत नवलाखे, विलास हिरे, कर्मचारी व अधिकारी समेत पंचक्रोशी के नागरिक बड़ी संख्या में शामिल हुए. उद्घाटन के तुरंत बाद स्पर्धा की शुरुआत कर दी गई. स्पर्धा में 20 टीमों के बीच 36 मुकाबले खेले जायेंगे.