राकांपा मीडिया सेल ने महामेट्रो मे रोजगार दीलाने के नाम से ठगने वालो पर लगाम लगाने की मांग
नागपुर। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी मीडिया सेल जिलाध्यक्ष नागपुर शहर अमित दुबे ने शुक्रवार को महामेट्रो कार्यालय नागपुर शहर दीक्षाभूमि जाकर वहा कार्यरत डीजीएम (कार्पोरेटर संचार अधिकारी) अखिलेश हाडवे इनसे नागपुर शहर के शिक्षित युवाओं को मेट्रो में रोजगार दिलाने के नाम से ठगने वाले असामाजिक तत्वो पर खास लगाम लगाने हेतू चर्चा की।
जिलाध्यक्ष अमित दुबे ने अखिलेश हडवे को बताया कि नागपुर शहर की गिनती अब मेट्रोसिटी मे आती है बावजूद शहर के कई उच्च शिक्षित युवा वर्ग आज भी बेरोजगार है रोजगार के लिए दरबदर भटक रहे हैं, जिसमें शहर में बहुत से ऐसे भी उच्च शिक्षित लोग है जो आज कोरोना महामारी के चलते बेरोजगार है या उन्होंने पहले अपना रोजगार खो दिया है, अब वे मेट्रो में रोजगार करना चाहते हैं। यह बात असामाजिक तत्वो के लोग भलीबाती जानते है हमेशा सक्रीय रहते है की कोई ना कोई बेरोजगार जो मैट्रो मे रोजगार करना चाह्ता हो उनके झासे मे फस जाये।
आज कई शिक्षित बेरोजगार ऐसे है जो मैट्रो जैसे जगह नौकरी मिलने की खुशी मे लालच मे इन ठगबाजो के चक्कर मे पड जाते है। बाद मे सिवाय पछतावे के उन्हे कुछ नही मिलता, जबकी महामेट्रो मे कोई अधिकारी या कर्मचारी कभी भी किसी व्यक्ति से नौकरी के नाम पर कोई भी रकम या अडवांस नही लेते। जब रोजगार निकाले जाते है तो उस बात का जिक्र दैनिक वर्तमान पत्रो के द्वारा या मैट्रो के लिगल वेबसाईट पर किया जाता है और बगैर परीक्षा पास किये किसी को भी मैट्रो मे रोजगार नही दिया जाता, ऐसा अधिकारियो का कहना है, इत्यादी विविध समस्याओ को लेकर चर्चा की गयी।
नागपुर। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी मीडिया सेल जिलाध्यक्ष नागपुर शहर अमित दुबे ने शुक्रवार को महामेट्रो कार्यालय नागपुर शहर दीक्षाभूमि जाकर वहा कार्यरत डीजीएम (कार्पोरेटर संचार अधिकारी) अखिलेश हाडवे इनसे नागपुर शहर के शिक्षित युवाओं को मेट्रो में रोजगार दिलाने के नाम से ठगने वाले असामाजिक तत्वो पर खास लगाम लगाने हेतू चर्चा की।
जिलाध्यक्ष अमित दुबे ने अखिलेश हडवे को बताया कि नागपुर शहर की गिनती अब मेट्रोसिटी मे आती है बावजूद शहर के कई उच्च शिक्षित युवा वर्ग आज भी बेरोजगार है रोजगार के लिए दरबदर भटक रहे हैं, जिसमें शहर में बहुत से ऐसे भी उच्च शिक्षित लोग है जो आज कोरोना महामारी के चलते बेरोजगार है या उन्होंने पहले अपना रोजगार खो दिया है, अब वे मेट्रो में रोजगार करना चाहते हैं। यह बात असामाजिक तत्वो के लोग भलीबाती जानते है हमेशा सक्रीय रहते है की कोई ना कोई बेरोजगार जो मैट्रो मे रोजगार करना चाह्ता हो उनके झासे मे फस जाये।
आज कई शिक्षित बेरोजगार ऐसे है जो मैट्रो जैसे जगह नौकरी मिलने की खुशी मे लालच मे इन ठगबाजो के चक्कर मे पड जाते है। बाद मे सिवाय पछतावे के उन्हे कुछ नही मिलता, जबकी महामेट्रो मे कोई अधिकारी या कर्मचारी कभी भी किसी व्यक्ति से नौकरी के नाम पर कोई भी रकम या अडवांस नही लेते। जब रोजगार निकाले जाते है तो उस बात का जिक्र दैनिक वर्तमान पत्रो के द्वारा या मैट्रो के लिगल वेबसाईट पर किया जाता है और बगैर परीक्षा पास किये किसी को भी मैट्रो मे रोजगार नही दिया जाता, ऐसा अधिकारियो का कहना है, इत्यादी विविध समस्याओ को लेकर चर्चा की गयी।