राजसमंद। इस बार अच्छी बारिश होने से खेतों में फसल लहलहा रही है। कोविड-19 ने पहले से ही किसानों की कमर तोड़ दी है। तो किसानों के सामने दूसरी मुसीबत आ खड़ी हुई है। अच्छी-भली फसल को जंगली सूअर बर्बाद कर रहे हैं। ग्राम पंचायत नमाना के आसपास के ही गांवों में भी जंगली सूअरों का आतंक बढ़ गया है। स्थिति यह है कि कुछ गांवों में तो किसानों को रोज करीब दस हजार रुपए की चपत लग रही है।
नैनपुरिया किसान पुत्र एवं आम आदमी पार्टी यूथ विंग उदयपुर संभाग अध्यक्ष पप्पू लाल कीर ने बताया हैं कि पिछले लगातार तीन साल से प्रकृति की मार झेल रहे , इस बार मौसम मेहरबान हुआ है तो नई समस्या आन खड़ी हुई है। जंगली सूअर अच्छी खासी फसल को चौपट कर रहे है। इस क्षेत्र में मक्का साग सब्जियां ज्यादा है और क्षेत्र के किसान जंगली सूअर के आतंक से परेशान है। मक्का के अलावा अन्य फसलों को जंगली सूअर कुचल रहे है। दरअसल सूअर खेतों में अपना अड्डा बना लेते हैं और रात में खेतों पर हमला बोल देते हैं। एक ही रात में किसानों की औसतन 10 हज़ार लागत की फसल चौपट हो रही है।