रिपोर्टर- पप्पू लाल कीर (राजसमंद)
नाथद्वारा। युग प्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनि श्री संजय कुमार जी मुनि श्री प्रसन्न कुमार जी मुनि श्री प्रकाश कुमार जी मुनि धैर्य कुमार जी मुनि सिद्धप्रज्ञ जी एवं मुनि मोक्ष कुमार जी के पावन सानिध्य में तेरापंथ धर्म संघ का 158 वा मर्यादा महोत्सव नवनिर्मित तेरापंथ भवन में पहली बार मनाया गया।
कार्यक्रम का प्रारंभ तेरापंथ महिला मंडल नाथद्वारा द्वारा किया गया। सभा के अध्यक्ष मदनलाल जी ओस्तवाल एवं निर्माण समिति के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश जी पगारिया ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। मुनि श्री संजय कुमार जी ने कहा मर्यादा तेरापंथ धर्म संघ का प्राण है मर्यादा में रहने वाला व्यक्ति सुरक्षित रहता है
मर्यादा के द्वारा हम अपना और संघ का विकास कर सकते हैं। मुनि श्री प्रसन्न कुमार जी ने कहा मर्यादा हमें विकास के क्षेत्र में आगे बढ़ाती है अनुशासन के बिना समाज तो दूर की बात है घर भी नहीं चलता। मुनि श्री प्रकाश कुमार जी ने कहा आज का दिन हमें संयम और शांति से जीने की प्रेरणा देता है। मुनि श्री धैर्य कुमार जी ने आ गुणों के आधार पर मर्यादा का वर्णन किया और कहा की गुरु जब शिष्य पर अनुशासन करें तो शिष्य को कुपित नहीं होना चाहिए। क्षमा धारण करना चाहिए। मुनि श्री सिद्धप्रज्ञ ने कहा मर्यादा पतंग के समान है जब तक डोर हाथ में रहती है। पतंग को किधर भी मोड़ा जा सकता है। विज्ञान के अनुसार 600 खरब कोशिकाओं से शरीर बनता है और आपस में उनका सब का संबंध मर्यादित रहता है एक कोशिका दूसरों को सहयोग करते हैं बाधा नहीं डालते इसी तरह से मर्यादा में रहने वाला व्यक्ति भी एक दूसरे को सहयोग करता है बाधा नहीं डालता। मोक्ष मुनि ने सुमधुर गीत का सम्मान किया। इस अवसर पर फतेह लाल जी बोहरा महासभा के प्रभारी रमेश जी सोनी सिसोदा महिला मंडल तेरापंथ सभा काकरोली के अध्यक्ष प्रकाश जी सोनी एवं साधना बाफना आदी ने महत्वपूर्ण विचार रखें । तेरापंथ युवती मंडल नाथद्वारा ने सुंदर परिसंवाद प्रस्तुत किया। अणुव्रत समिति के अध्यक्ष श्री शुक्रिया जी आदि ने मर्यादा महोत्सव के अवसर पर महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए कार्यक्रम का सफल संचालन मुनि श्री प्रकाश कुमार जी ने कुशलता पूर्वक किया। आभार की रस्म तेरापंथ सभा के मंत्री निर्मल जी छाजेड़ ने निभाई इस अवसर पर सकल जैन समाज
मर्यादा के द्वारा हम अपना और संघ का विकास कर सकते हैं। मुनि श्री प्रसन्न कुमार जी ने कहा मर्यादा हमें विकास के क्षेत्र में आगे बढ़ाती है अनुशासन के बिना समाज तो दूर की बात है घर भी नहीं चलता। मुनि श्री प्रकाश कुमार जी ने कहा आज का दिन हमें संयम और शांति से जीने की प्रेरणा देता है। मुनि श्री धैर्य कुमार जी ने आ गुणों के आधार पर मर्यादा का वर्णन किया और कहा की गुरु जब शिष्य पर अनुशासन करें तो शिष्य को कुपित नहीं होना चाहिए। क्षमा धारण करना चाहिए। मुनि श्री सिद्धप्रज्ञ ने कहा मर्यादा पतंग के समान है जब तक डोर हाथ में रहती है। पतंग को किधर भी मोड़ा जा सकता है। विज्ञान के अनुसार 600 खरब कोशिकाओं से शरीर बनता है और आपस में उनका सब का संबंध मर्यादित रहता है एक कोशिका दूसरों को सहयोग करते हैं बाधा नहीं डालते इसी तरह से मर्यादा में रहने वाला व्यक्ति भी एक दूसरे को सहयोग करता है बाधा नहीं डालता। मोक्ष मुनि ने सुमधुर गीत का सम्मान किया। इस अवसर पर फतेह लाल जी बोहरा महासभा के प्रभारी रमेश जी सोनी सिसोदा महिला मंडल तेरापंथ सभा काकरोली के अध्यक्ष प्रकाश जी सोनी एवं साधना बाफना आदी ने महत्वपूर्ण विचार रखें । तेरापंथ युवती मंडल नाथद्वारा ने सुंदर परिसंवाद प्रस्तुत किया। अणुव्रत समिति के अध्यक्ष श्री शुक्रिया जी आदि ने मर्यादा महोत्सव के अवसर पर महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए कार्यक्रम का सफल संचालन मुनि श्री प्रकाश कुमार जी ने कुशलता पूर्वक किया। आभार की रस्म तेरापंथ सभा के मंत्री निर्मल जी छाजेड़ ने निभाई इस अवसर पर सकल जैन समाज
नाथद्वारा के अध्यक्ष आदि गणमान्य तथा बाहर से पधारे महानुभावों का तेरापंथ सभा की ओर से सम्मान किया गया। लंबे समय तक चले इस कार्यक्रम में मुंबई काकरोली सिसोदा कोशीवाडा लाबोडी आमेट कोयल गजपुर साया का खेड़ा आदि क्षेत्रों से अनेक श्रद्धालु जन उपस्थित थे। कार्यक्रम की योजना में अनेक लोगों का सराहनीय सहयोग रहा।